प्रश्न 1. गेज किसे कहते हैं ?

उत्तर - वर्कशाप में बनाये गये जॉबों के पार्टी को अगर हम कैलीपर माईक्रोमीटर या अन्य दूसरे यन्त्रों से जाँचते हैं तो समय अधिक लगता है। समय को बचाने के लिए और अधिक सही उत्पादन के लिए जिस यंत्र को प्रयोग किया जाता है, उसे गेज कहते हैं। गेज एक ऐसा बिना स्केल का तुलनात्मक यंत्र है जिसका प्रयोग प्रायः पार्ट्स का अधिक मात्रा में उत्पादन करते समय निश्चित साइजों को चैक करने के लिए किया जाता है।


प्रश्न 2. गेज से क्या लाभ है ?

उत्तर गेज से निम्नलिखित लाभ हैं

1. उत्पादन अधिक मात्रा में करने के लिए गेज का प्रयोग किया जाता है। 

2. गेज से जॉब को बचाने के लिए गेज का प्रयोग किया जाता है।

 3. जांच में समय को बचाने के लिए गेज का प्रयोग किया जाता है। 4. उत्पादन सस्ता बनाने में भी सहायक होती है। 

5. सुपरवाइजर स्टाक की कम आवश्यकता पड़ती है।

 6. कम कुशल कारीगर द्वारा काम लिया जा सकता है।


प्रश्न 3. गेज किस धातु की बनी होती है ?

उत्तर गेज प्रायः एलाय स्टील से बनाई जाती है और इसके गेजिंग प्वाइण्टों को हार्ड व टेम्पर कर दिया जाता है। -


प्रश्न 4. गेज का वर्गीकरण कितने ग्रुपों में किया जा सकता है ?

गेज का वर्गीकरण तीन ग्रुप में किया जा सकता है

1. वर्कशाप गेज (Workshop gauges)- इस गेज का प्रयोग वर्कशाप में किया जा सकता है। इसकी शुद्धता 0.0005" या 0.0025" m.m. में बनाई जाती है।

2. इन्स्पैक्शन गेज (Inspection gauges) - इस गेज का प्रयोग बहुत ही कुशल कारीगरों द्वारा किया जाता है। वर्कशाप गेज द्वारा बनाये गये जॉब का निरीक्षण इस गेज द्वारा किया जाता है। यह .0003 ड्रिग्री इंच की शुद्धता से बनाई जाती है। से

3. मास्टर गेज (Master gauges) ये गेज बहुत कम प्रयोग में लाई जाती है। इसके द्वारा इन्सपैक्शन गेज की जांच की जाती है। यह .0001 इंच की शुद्धता से बनाई जाती है। इसे रिकरेस गेज भी कहते हैं। -

प्रश्न 5. प्लग गेज किसे कहते हैं ?

उत्तर - इसे लिमिट गेज के नाम से भी जाना जा सकता है। प्लग गेज किसी जॉब के छिद्र या भीतरी माप को जांचने के लिए प्रयोग की जाती है। गो (Go) गेज अधिकतर नामिनल साइज की बनी होती है। यह अधिकतर छिद्र को जांचने के लिए प्रयोग की जाती है। इसे सरफेस गेज के नाम से भी पुकारा जाता है। यह चार प्रकार की होती है

1. सिलिण्ड्रिकल प्लग गेज (Cylindrical Plug gauge) 

2. थ्रेड प्लग गेज (Thread Plug gauge)

3. टेपर प्लग गेज (Taper Plug gauge)

4. वर्गाकार आयताकार षष्टभुजा प्लग गेज (Circulaw Squre Tubulaw Plug Guage) 

प्रश्न 6. सिलिंड्रिकल प्लग गेज और थ्रेड प्लग गेज किसे कहते हैं ? उत्तर – सिलिंड्रिकल प्लग गेजः- यह सीधे गोलाकार छिद्र जांचने के लिए प्रयोग में लाई जाती है। 

थ्रेड प्लग गेज :- यह थ्रेडिड छिद्र अथवा नट को चैक करने के लिए प्रयोग में लाई जाती है। 



प्रश्न 7. टेपर प्लग गेज या फार्म प्लग गेज किसे कहते हैं?

उत्तर टेपर प्लग गेज :- यह किसी जॉब की टेपर में बने छिद्र को जांचने के काम आती है। 

फर्म प्लग गेज :- यह किसी विशेष कार्य के लिए बनाई जाती है। जैसे स्क्वायर तथा 6 या 8 पहल जॉब के लिए 6 या 8 पहल वाली गेज प्रयोग में लाई जाती है। 


प्रश्न 8. रिंग गेज (Ring gauged) किसे कहते हैं ?

उत्तर यह गेज किसी जॉब के बाहरी साइज को जांचने के लिए प्रयोग की जाती है। यह निम्नलिखित प्रकार की होती है :

1. प्लेन रिंग गेज (Plain Ring gauge)

2. थ्रेड रिंग गेज (Thread Ring gauge) 

3. टेपर रिंग गेज (Taper Ring gauge)

4. फार्म रिंग गेज (Form Ring gauge) 


प्रश्न 9. स्क्रू पिच गेज (Screw Pitch gauge) किसे कहते हैं ?

उत्तर - स्क्रू पिच गेज टर्नर और फिटर शाप में चूड़ियों को नापने के लिए प्रयोग की जाती है। इसमें स्टील की पतली-पतली बहुत सी पत्तियां होती हैं जिन पर भिन्न-भिन्न चूड़ियों के पिच के अनुसार दांते बने होते हैं। यह पत्तियां हार्डण्ड और टेम्पर्ड होती हैं। इसकी प्रत्येक पत्ती पर (Thread per Inch) लिखा होता है। इसे चूड़ियों की पिच तथा डैप्थ चैक करने के लिए प्रयोग किया जाता है।



प्रश्न 10. फिलेट गेज या रेडियस गेज (Filler or Radius gauge) किसे कहते हैं ? 

उत्तर – फिलेट गेज या रेडियस गेज, फाइल द्वारा फिटर शाप में बनाये कर्व या रेडियस को चैक करने के लिए प्रयोग की जाती है। इसकी हर पत्ती हार्ड व टेम्पर्ड की होती है। यह 0.6 से 25 मि०मी० तक चैक करने के लिए प्रयोग की जाती है।



प्रश्न 11. टेलिस्कोपिक गेज (Telescopic gauge) किसे कहते हैं ? 

उत्तर इस गेज को अधिकतर सिलिंड्रिकल गाइडिंग होल व स्लाट को चैक करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह भिन्न-भिन्न साइजों में आते हैं। इसको प्रयोग करने के लिए इसके ऊपर के हैड को दबाकर घुमाते हैं,उत्तर इस गेज द्वारा किसी जॉब की लम्बाई-चौड़ाई-मोटाई तथा गोल जॉब का व्यास चैक किया जाता है।  यह होल के अन्दर फैल जाता है और होल में के सही फिट हो जाता है तो बाहर निकालकर माईक्रोमीटर से नाप लेते हैं। इस प्रकार सही नाप ले लेते हैं। 


प्रश्न 12. सेंटर गेज (Centre gauge) किसे कहते हैं ? 

उत्तर - सेंटर गेज टर्नर शाप में चूड़ी काटने वाले टूल को चैक करने के लिए प्रयोग की जाती है। यह स्टील की पत्ती का बना होता है जोकि हार्डण्ड एवं टेपर्ड होता है। इसमें V थ्रेड के 60°, 50° 47.5° के भिन्न-भिन्न कोणों के ग्रव बने होते हैं। 


प्रश्न 13. वायर गेज (Wire gauge) किसे कहते हैं ?

उत्तर - इसका प्रयोग अधिकतर शीट और वायर की मोटाई को चैक करने के लिए किया है। यह एक स्टील का गोलाकार पीस का बना होता है। इसमें भिन्न-भिन्न माप के वायर के हिसाब से किनारों पर खाचें कटे रहते हैं। खाचें के एक तरफ नम्बर और दूसरी तरफ साइज लिखा होता है। जैसे-जैसे नम्बर बढ़ता है, शीट अथवा वायर की मोटाई घटती रहती है । 


 प्रश्न 14. स्नेप गेज (Snap gauge) किसे कहते हैं ?

उत्तर इस गेज द्वारा किसी जॉब की लम्बाई-चौड़ाई-मोटाई तथा गोल जॉब का व्यास चैक किया जाता है। 


 प्रश्न 15. ड्रिल गेज (Drill gauge) किसे कहते हैं ?

उत्तर – कई बार काम करते समय शैंक के ऊपर साइज मिट जाता है। इस समय हम इस ड्रिल गेज द्वारा साइज मालूम कर सकते हैं। यह स्टील की 61/4 इंच लम्बी और 25/16 इंच चौड़ी और 5/64 इंच मोटी प्लेट होती है। इसमें स्टैण्डर्ड साईज के होल किये होते हैं और होल के नीचे साईज अंकित होता है। इंच होलों द्वारा आसानी से साइज मालूम किया जा सकता है। 


प्रश्न 16. ड्रिल ऐंगल गेज (Drill Angle gauge) किसे कहते हैं ?

उत्तर – ड्रिल के कटिंग लिप्स के कोणों को धातु के अनुसार गाइड किया जाता है। इसलिए ड्रिलों को गाइड करने के बाद इसको गाइड किए हुए कोण तथा कटिंग ऐंगल को ड्रिल ऐंगल गेज द्वारा चैक किया जाता है।


प्रश्न 17. फीलर गेज (Feele gauge) किसे कहते हैं ?

उत्तर - मोटर के पिस्टन या सिलेंडर की चाल व ढीलापन इसके द्वारा नापा जाता है। यह स्टील की पत्तियों का समूह होता है और प्रत्येक पत्ती पर इसकी मोटाई लिखी रहती है। इसका प्रयोग चाल व ढीलापन और मिले हुए पार्ट के बीच के अन्दर के गैप को जांचने के लिए किया जाता है।



प्रश्न 18. डेप्थ गेज (Depth gauge) किसे कहते हैं ? उत्तर इस गेज के द्वारा ब्लाइंड होल, स्लाट, स्टेप आदि चैक करने के काम आती है। इसकी बनावट में एक नैरो रूल होता है जिस पर मीट्रिक और इंग्लिश पद्धति में ग्रेजएशन बनी होती है। यह नेरोरूल एक हैड में स्लाइड करता है। लॉक नट से इसे लाक किया जा सकता है। इस गेज का अधिकतर प्रयोग ब्लाइण्ड, स्लाट स्टेप हिस्से आदि की गहराई 1/2 मि. मि. या 1/64 इंच की सूक्ष्मता में मापने या चैक करने के लिए किया जाता है।